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प्रेमचन्द की कहा...

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प्रेमचन्द की कहा...

प्रेमचन्द की कहानी एवं उपन्यासो में भारतीय किसान

Author Name : अनीता कुमारी

भारतीय किसान और उसकी समस्याओं को साहित्यिक अभिव्यक्ति देने का प्रथम प्रयास प्रेमचन्द ने ही किया। उनका ‘प्रेमाश्रम’ हिन्दी का पहला उपन्यास है, जिसमें किसानों के संघर्ष व समस्याओं की व्यापक अभिव्यक्ति हुई है। इसके पश्चात् ‘कर्मभूमि’ ‘गोदान’ जैसे उपन्यासों और ‘कफन’, ‘पूस की रात’, ‘सवा सेर गेहूँ’ तथा ‘मुक्ति मार्ग’ जैसी कहानियाँ विशुद्ध किसानी जीवन पर केन्द्रित हैं। इसके अतिरिक्त भी किसानों के शोषण, बदहाली और संघर्ष के प्रामाणिक व यथार्थ चित्र उनके साहित्य में यत्र-यत्र देखे जा सकते हैं।