‘अवधी की राम काव्य परम्परा’
Author Name : डॉ0 रेखा श्रीवास्तव
रामकथा सहस्राब्दियों तथा लोककष्ठ में विराजती रही है। पर चौथी शताब्दी ई0पू0 में इसका वर्तमान रूप बनकर तैयार हो गया था जिसे आज हम रामायण के नाम से जानते हैं। वह रामकथा कोसल जनपद के राजा की रामकथा है। वाल्मीकि ने इसे कोसल जनपद की सुविस्तृत और महान-कथा कहा है इतिहास भी इसे कोसल महाजनपद की पुष्टि करता है।