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आधुनिक इतिहास में वैश्वीकरण
Author Name : डॉ. विशाल कुमार शर्मा
वैश्वीकरण-राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक जीवन के विश्वव्यापी समायोजन की एक प्रक्रिया है, जो विश्व के विभिन्न भागों के लोगों को भौतिक व मनोवैज्ञानिक स्तर पर एकीकृत करने का सफल प्रयास करती है। बीसवीं सदी के अंतिम दशक में वैश्वीकरण की संकल्पना तेजी से उभरी, जो अब इक्कीसवीं सदी के प्रारम्भ में भी चर्चा का विषय है। वैज्ञानिक अनुसंधान एवं विकास से विश्व के विभिन्न भागों के लिए व्यवाहारिक रूप से एक-दूसरे के इतने निकट आ गए हैं कि तकनीकी दृष्टि से विश्व को वैश्विक गांव की संज्ञा दी जाने लगी है। सैटेलाइट एवं कम्प्यूटर के माध्यम से संचार के क्षेत्र में क्रांति सी आ गई है। ई-मेल, एस.टी.डी., आई.एस.डी., इन्टरनेट के माध्यम से सैकण्डों में ही विश्व के किसी भी भाग में संपर्क किया जा सकता है। वर्तमान में विश्व के सभी प्रमुख समाचार-पत्र तथा पत्रिकाएँ, संयुक्त राष्ट्र संघ और उसके अन्य सहयोगी संगठन, अनेक देशों की विधायिकाएँ, प्रमुख पुस्तकें तथा एन्साइक्लोपीडिया आदि इन्टरनेट पर उपलब्ध हैं।